बनारस न्यूज डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना के तहत वाराणसी में शुरू किया गया नाइट बाजार अब अतीत की बात हो चुका है। कैंट रेलवे स्टेशन के सामने बने इस बाजार को नगर निगम ने शुक्रवार रात बुलडोजर चलाकर उजाड़ दिया। केंद्र सरकार की योजना के तहत स्टेशन एंट्री पॉइंट को खूबसूरत और व्यवस्थित बनाने की दिशा में यह कदम उठाया गया है। पहले चरण में यहां 50 से अधिक दुकानों को हटा दिया गया, जबकि बाकी दुकानों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।
इस नाइट बाजार का संचालन कर रही एजेंसी का करार जनवरी 2025 में ही रद्द कर दिया गया था। मार्च के बाद से बाजार में चल रही करीब 200 दुकानों को अवैध घोषित कर दिया गया था, क्योंकि उनसे कोई किराया नहीं लिया जा रहा था। नगर निगम ने दो दिन पहले दुकानों को हटाने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद शुक्रवार रात अचानक कार्रवाई शुरू कर दी गई। इस दौरान गुमटियों को जब्त किया गया और कई दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया।
नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, बाजार को पूरी तरह हटाकर स्टेशन क्षेत्र में ग्रीनरी, चौड़ी सड़क, ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट, बैठने की व्यवस्था और सुंदर स्कल्पचर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दुकानदारों को जल्द ही चिन्हित वेंडिंग जोन में स्थानांतरित किया जाएगा, हालांकि अभी उन वेंडिंग जोन की योजना नहीं बनी है। उन्होंने यह भी बताया कि बाजार में गंदगी और अनुशासनहीनता की शिकायतें लगातार मिल रही थीं।
दूसरी ओर दुकानदारों में जबरदस्त नाराजगी है। उनका कहना है कि पहले नगर निगम ने उन्हें प्रधानमंत्री की योजना का हिस्सा बताकर यहां बसाया और अब बिना कोई विकल्प दिए उजाड़ दिया गया। दुकानदारों ने कहा कि वो हर महीने ₹6000 किराया देने को तैयार थे, लेकिन उनसे कोई किराया लिया ही नहीं गया। अब जब एजेंसी ने नगर निगम का दो करोड़ से ज्यादा बकाया नहीं चुकाया, तो इसका खामियाजा छोटे दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है।